उपराष्ट्रपति जगदीप धनखड़ बोले- यूपी से मिलेगी पहचान, 2047 में विश्वगुरु बनेगा भारत
11 Mar 2023
उत्तर प्रदेश के मेरठ में चौधरी चरण सिंह विश्वविद्यालय में शनिवार को अखिल भारतीय आयुर्वेद महासम्मेलन एवं प्रादेशिक आयुर्वेद सम्मेलन उत्तर प्रदेश यानी आयुर्वेद महाकुंभ चिकित्सा के क्षेत्र में मील का पत्थर साबित होगा। सम्मेलन में भाग लेने के लिए उपराष्ट्रपति जगदीप धनखड़ पहुंचे।
उपराष्ट्रपति ने कहा देश के सबसे बड़े राज्य उत्तर प्रदेश में मेरा यह औपचारिक रूप से पहला आगमन है। यह आगमन जीवन में हमेशा यादगार रहेगा। धन सिंह कोतवाल की प्रतिमा का अनावरण करूं, इतनी मेरी हैसियत नहीं है। उत्तर प्रदेश में जो सोचा नहीं था, वह अब मुमकिन हो रहा है।
कोतवाल का कार्य क्षेत्र बहुत लंबा था। धन सिंह गुर्जर कोतवाल ने महान काम किया था। मेरे मन में एक नाराजगी है कि हम शहीदों को क्यों भूल गए। उन्होंने कहा कि हमारे इतिहास में इनका जिक्र सही ढंग से क्यों नहीं किया गया।
आज पूरा विश्व भारत का लोहा मान रहा है। आज पूरा विश्व देख रहा है कि प्रधानमंत्री क्या बोलेंगे। करोड़ों रुपये से एक बहुत बड़ा ऑडिटोरियम बन रहा है। उन्होंने कहा कि जो सोचा नहीं था, वह आज आंखों के सामने पूरा हो रहा है। आज जो सुनने को मिल रहा है, वह मन को प्रशन्न करता है। उन्होंने कहा कि आज विकास की गंगा इसी राज्य में बह रही है। कानून व्यवस्था के मामले में उत्तर प्रदेश आज उत्तम प्रदेश है। जब हालात दूसरे थे, पुलिसकर्मियों को डराया जाता था। लेकिन आज हालात अलग है, पुलिसकर्मी सही तरीके से काम कर रहे हैं।
सदन में अपने मन की बात खुलकर रखें। मैं मेरठ से पॉजिविटी लेकर जा रहा हूं। उन्होंने कहा कि जो भी उत्तर प्रदेश में रह रहा है, वह बहुत गौरवशाली है। 2047 में भारत विश्वगुरु होगा।
तीन दिवसीय महाकुंभ में क्रांतिधरा मेरठ से नया इतिहास लिखा जाएगा। इसमें आधुनिक विधा से यह प्रमाणित किया जाएगा कि आयुर्वेद भी जटिल रोगों के उपचार में कारगर है। राज्यसभा सदस्य डा. लक्ष्मीकांत बाजपेयी ने बताया कि करीब पांच हजार साल पूर्व कश्यप संहिता ग्रंथ में स्वर्ण प्राशन संस्कार के बारे में उल्लेख किया गया था। कोरोना काल में भी इम्युनिटी बढ़ाने में इसका उपयोग किया गया। मेरठ के आनंद अस्पताल में इसका उपयोग किया गया था। वहीं, पीजीआइ लखनऊ और किंग जार्ज मेडिकल कालेज लखनऊ भी गोरखपुर के कुपोषित बच्चों के उपचार के दौरान इसका सफल परीक्षण कर चुके हैं।
आयुर्वेद महासम्मेलन में उद्घाटन सत्र के बाद दो वैज्ञानिक सत्र भी होंगे। प्रथम वैज्ञानिक सत्र दोपहर दो से लेकर 3:30 बजे तक होगा। जिसमें वक्ता अध्यक्ष आचार एवं पंजीयन बोर्ड एनसीआइएसएम वैद्य राकेश शर्मा, महामंत्री अखिल भारतीय आयुर्वेद महासम्मेलन डा. एसएन पांडेय उज्जैन, उपकुलपति आयुर्वेद विश्वविद्यालय जामनगर वैद्य मुकुल पटेल व संयुक्त निदेशक मानक ब्यूरो भारत सरकार डा. साक्षी शर्मा होंगे। अध्यक्षता सचिव आयुष मंत्रालय भारत सरकार व पद्मश्री वैद्य राजेश कोटेचा करेंगे। उपाध्यक्ष वैद्य गोपाल दत्त शर्मा भी रहेंगे।
द्वितीय सत्र 3 से शाम पांच बजे तक होगा। वक्ता सदस्य एनसीआइएसएम डा. अतुल वार्ष्णेय एसोसिएट प्रोफेसर वैद्य यज्ञदत्त शर्मा आयुर्वेद महाविद्यालय खुर्जा वैद्य हितेश कुमार कौशिक व यूनानी चिकित्सक डा. मुनीर अजमत होंगे। अध्यक्षता कुलपति महायोगी गुरु गोरखनाथ आयुष विश्वविद्यालय गोरखपुर प्रो. अवधेश कुमार करेंगे।
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